google-site-verification: google16f6d5176b8cee89.html Top 15+ छत्तीसगढ़ बस्तर में गर्मी के मौसम मे घुमने की जगह [2024]

Ticker

6/recent/ticker-posts

Top 15+ छत्तीसगढ़ बस्तर में गर्मी के मौसम मे घुमने की जगह [2024]

 Top 15+ छत्तीसगढ़   बस्तर में गर्मी के मौसम मे  घुमने की जगह [2024]

chhattisgarh bastar vacationer places:

बस्तर, छत्तीसगढ़ राज्य का एक महत्वपूर्ण खूबसूरत और ऐतिहासिक जिला है। बस्तर अपनी प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध संस्कृति और आदिवासी परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। जिसमे हम आपको Bastar me ghumne ki jagah के घने जंगल, झरने, नदियाँ, पहाड़, मंदिर जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।


Top 15+ छत्तीसगढ़   बस्तर में गर्मी के मौसम मे  घुमने की जगह [2024]

chhattisgarh bastar vacationer places:



currentdayaffair

techycb


इस पोस्ट में आपको बस्तर में घुमने की जगह के बारे में बताई गई है। जहाँ आप अपने परिवार के साथ जा सकते है। यहाँ बताई गई सभी जगह पर्यटकों द्वारा अत्यधिक पसंद की जाती है, इसलिए नीचे बताई गई बस्तर में घुमने की जगह के बारे में जानना न भूले।


ध्यान दे: यदि आप आर्टिकल पढ़ने में रूचि नही रखते तो आप इस पोस्ट के सबसे नीचे दिए गये विडियो को देख सकते है। जिसमे हमने आपको 15+ Bastar me ghumne ki jagah की जानकारी दी है।


बस्तर में घुमने की जगह | Bastar me Ghumne ki Jagah

छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक स्थल में से एक बस्तर में बहुत से खुबसूरत घुमने की जगहे है, जो सिर्फ बस्तर ही नही पुरे छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध है। लेकिन हम आपको उन बेहतरीन bastar me ghumne ki jagah के बारे में बतायेंगे। जिसके बारे में बहुत से पर्यटक जानना पसंद करते है. इसलिए मैंने नीचे सूची के रूप में उन सभी बस्तर में घुमने की जगह की जानकारी तथा Bastar traveler places photographs भी दी हुई है, जिसे आप वहां जाकर देख सकते है तथा अपने परिवार के साथ घुम सकते है।


1. Danteswari Sanctuary

Danteshwari mata Mandir

दंतेश्वरी मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह मंदिर देवी दंतेश्वरी को समर्पित है, जो बस्तर क्षेत्र की कुलदेवी हैं। मंदिर का इतिहास बहुत ही प्राचीन है, जिसे 14वीं शताब्दी में वारंगल के राजा अन्नमदेव द्वारा बनवाया गया था।


दंतेश्वरी मंदिर 52 शक्ति पीठों में से एक है, जो माता सती के शरीर के अंगों के गिरने वाले स्थान हैं। ऐसा माना जाता है कि देवी सती का एक दांत इस स्थान पर गिरा था, इसलिए इस जगह का नाम दंतेवाड़ा पड़ा। मंदिर एक विशाल परिसर में स्थित है, जिसमें मंदिर के अलावा कई अन्य धार्मिक स्थल भी हैं, जैसे कि जलाशय, मंदिर, और तालाब। मंदिर की वास्तुकला और मूर्तिकला बहुत ही सुंदर और आकर्षक है।


दंतेश्वरी मंदिर बस्तर क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है। जिसके कारण यह मंदिर हर साल लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है।


chhattisgarh ke ghumne ki jagah


2. Chitrakote Cascade

Chitrakot Cascade chhattisgarh

चित्रकूट जलप्रपात छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में इन्द्रावती नदी पर स्थित एक खूबसूरत जलप्रपात है। जो जिला मुख्यालय से मात्र 30 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. तथा बस्तर जिले में स्थित इस चित्रकूट जलप्रपात की ऊँचाई लगभग 90 फीट है। यह जलप्रपात गर्मियों की चाँदनी रात बिल्कुल सफेद दिखाई देता है। यह जलप्रपात छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा, सबसे चौड़ा और सबसे ज्यादा जल की मात्रा प्रवाहित करने वाला एक प्रसिद्ध जलप्रपात है।


यह chitrakote cascade bastar संभाग का सबसे प्रमुख जलप्रपात माना जाता है। जगदलपुर से समीप होने के कारण यह एक प्रमुख पिकनिक स्पॉट के रूप में भी प्रसिद्ध है। अपने घोड़े की नाल समान मुख के कारण इस जल प्रपात को भारत का Niagra falls भी कहा जाता है। जिसके कारण पर्यटकों को यह जलप्रपात बहुत पसंद आता है। सघन वृक्षों एवं विंध्य पर्वतमालाओं के मध्य स्थित चित्रकूट जलप्रपात से गिरने वाली विशाल जलधारा पर्यटकों का मन मोह लेती है।


इतिहास:


चित्रकूट जलप्रपात का इतिहास बहुत पुराना है। यहाँ पर बहुत प्राचीन काल से ही लोग आते रहे हैं। इस जलप्रपात का उल्लेख कई प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है। इस जलप्रपात का उपयोग पहले से ही धार्मिक अनुष्ठानों के लिए किया जाता रहा है।


3. Tirathgarh Cascade

Tirathgarh Cascade

तीरथगढ़ जलप्रपात छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित एक खूबसूरत जलप्रपात है। यह जलप्रपात बस्तर जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूरि पर स्थित तीरथगढ़ ग्राम में स्थित है। तीरथगढ़ जलप्रपात की ऊंचाई लगभग 300 फीट है और यह छत्तीसगढ़ के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है।


तीरथगढ़ जलप्रपात कांकेर घाटी के घने जंगलों के बीच स्थित है। इस जलप्रपात के चारों ओर का नजारा बेहद मनमोहक है। तीरथगढ़ जलप्रपात का मुख्य आकर्षण यह है कि यह जलप्रपात दो धाराओं में गिरता है। दोनों धाराओं का संगम एक बेहद खूबसूरत दृश्य प्रस्तुत करता है। जो प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थान है।


तीरथगढ़ जलप्रपात घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का होता है। इस समय मौसम सुहावना रहता है और जलप्रपात की धारा प्रचंड होती है। tirathgarh cascade chhattisgarh के एक खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।


4. Kotumsar Cavern

Kotumsar Cavern

कुटुमसर गुफा बस्तर जिले के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है। यह गुफा जिला मुख्यालय से मात्र 28 किमी की दुरी पर स्थित है. यह गुफा भारत की सबसे गहरी गुफाओं में से एक है। कुटुमसर गुफा की गहराई 60 से 120 फीट है और इसकी लंबाई 4500 फीट है। गुफा की तुलना अमेरिका की कर्ल्सवार ऑफ केव से की जाती है, जो दुनिया की सबसे लंबी गुफा है।


भूगोल के प्रोफेसर डॉ. शंकर तिवारी ने कुछ स्थानीय आदिवासियों की मदद से गुफा की खोज 1950 के दशक में की थी। गुफा को पहले गोपनसर (छिपी हुई गुफा) कहा जाता था, लेकिन बाद में कुटुमसर गाँव के पास होने से इसका नाम बदलकर कुटुमसर गुफा कर दिया गया।


गुफा का समय: Opening Time


गुफा सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुली रहती है। गुफा में प्रवेश करने के लिए टिकट की आवश्यकता होती है। टिकट की कीमत ₹100 है।


कुटुमसर गुफा में क्या देखें:


गुफा के अंदर कई प्राकृतिक नक्काशी और आकृतियां देखने को मिलती हैं। गुफा के अंदर एक प्राकृतिक शिवलिंग तथा एक कुंड भी है. गुफा में रंग-बिरंगी अंधी मछलियाँ पाई जाती हैं। ये मछलियाँ गुफा के अंधेरे में रहने के कारण अपनी आँखों का उपयोग नहीं करती हैं।


5. Kanger Ghati Public Park

Kanger Ghati Public Park

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित एक खजाना है। यह उद्यान अपनी प्राकृतिक सुंदरता, वन्यजीवों और गुफाओं के लिए प्रसिद्ध है। जो बस्तर जिले से मात्र 26 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. जहा प्रतिदिन सैकड़ो पर्यटक इस खुबसुरत जगह घुमने के लिए आते है।


कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में घने जंगल, ऊंचे पहाड़, झरने और गुफाएं हैं। उद्यान की प्राकृतिक सुंदरता मंत्रमुग्ध कर देने वाली है। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में कई प्रकार के वन्यजीव पाए जाते हैं। यहां सांभर, चीतल, काकड़, नीलगाय, तेंदुआ, बाघ, भालू, मोर, तीतर और अन्य पक्षी पाए जाते हैं।


कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में कई प्राकृतिक गुफाएं हैं। इन गुफाओं में कई प्राकृतिक आकृतियां बनी हुई हैं। इन गुफाओं में से एक केंजरधार गुफा है, जो 2 किलोमीटर लंबी है। kanger ghati public park एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहां पर्यटक तीरथगढ़ झरना, केंजरधार गुफा, भैंसाधार मगरमच्छ पार्क और अन्य पर्यटक स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं।


6. Chitradhara Cascade Tandapal

Chitradhara Cascade Tandapal

छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित चित्रधारा जलप्रपात अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यह जलप्रपात बस्तर जिले से मात्र 12 किलोमीटर दूर, पोटनार नामक गांव में स्थित है। तथा जगदलपुर से 19 किमी की दुरी पर स्थित है. चित्रधारा जलप्रपात की ऊंचाई लगभग 100 फीट है। chitradhara cascade एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहां आने वाले पर्यटक इस जलप्रपात की सुंदरता का आनंद लेते हैं। जलप्रपात के नीचे खड़े होकर पानी की आवाज और फौहारे का आनंद लेना एक अद्भुत अनुभव है।


चित्रधारा जलप्रपात घूमने का सबसे अच्छा समय मानसून के दौरान होता है। इस समय जलप्रपात का जलस्तर अधिक होता है और इसकी सुंदरता देखते ही बनती है। यदि आप छत्तीसगढ़ घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो चित्रधारा जलप्रपात जरूर जाएं। यह जलप्रपात आपको अपनी प्राकृतिक सुंदरता से मंत्रमुग्ध कर देगा।


इसे भी पढ़ें – ठंड के मौसम में बस्तर के 10 सबसे खूबसूरत टूरिस्ट स्पॉट


7. Kailash Cavern

Kailash Cavern

बस्तर जिले में स्थित कैलाश गुफा एक प्राचीन और रहस्यमय गुफा है। जो बस्तर जिले से लगभग 40 किमी की दुरी पर स्थित है. यह गुफा कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है। गुफा की लंबाई 1000 फीट और गहराई 120 फीट है। गुफा के अंदर कई प्राकृतिक शिवलिंग बने हुए हैं, जिनके कारण इसका नाम कैलाश गुफा पड़ा है।


कैलाश गुफा की खोज 22 मार्च 1993 को हुई थी। गुफा की खोज जगदलपुर के पार्क परिक्षेत्र अधिकारी रोशनलाल साहू, गेम सुपरवाइजर आर यादव, गेम रक्षक सोनसाय, राजाराम शिवहरे, सीताराम चौकीदार ने की थी।


कैलाश गुफा के अंदर प्राकृतिक शिवलिंगों के अलावा कई अन्य आकर्षण भी हैं। गुफा के अंदर एक झील भी है, जिसमें रंग-बिरंगी मछलियाँ तैरती हैं। गुफा के अंदर कई छोटे-छोटे कमरे भी हैं, जिनमें विभिन्न आकृतियों के पत्थर बने हुए हैं। kailash cave एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह गुफा अपने प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।


8. Michnaar Slope

Michnaar Slope

मिचनार हिल, छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। जो बस्तर जिले से लगभग 35 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। मिचनार हिल अपने प्राकृतिक सौंदर्य, ट्रेकिंग और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। मिचनार हिल पर कई मंदिर और धार्मिक स्थल भी हैं। यहां पर एक शिव मंदिर, एक देवी मंदिर और एक गुरुद्वारा भी है।


मिचनार हिल की ऊंचाई लगभग 2500 फीट है। यहां से बस्तर की खूबसूरत घाटियों और पहाड़ियों का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है। यहां पर कई छोटी-छोटी झीलें भी हैं, जो इस जगह को और भी खुबसूरत तथा लोकप्रिय बनाती हैं। michnaar slope traveling के लिए एक लोकप्रिय जगह है। यहां पर कई ट्रेकिंग रूट हैं, जो सभी अनुभव के स्तर के travelers के लिए उपयुक्त हैं। यहां पर ट्रेकिंग करते हुए आप जंगलों, नदियों और पहाड़ियों के बीच से गुजरेंगे।


9. Dalpat Sagar

Dalpat Sagar

छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित दलपत सागर झील एक खूबसूरत और आकर्षक पर्यटन स्थल है। जो बस्तर जिले से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित है। झील का नाम बस्तर के काकतीय राजवंश के राजा दलपत देव के नाम पर रखा गया है। इस झील का निर्माण लगभग 400 साल पहले का बताया जाता है।


दलपत सागर झील अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए पुरे छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध है। झील के चारों ओर घने जंगल हैं, जो झील को एक शांत और मनमोहक वातावरण प्रदान करते हैं। dalpat sagar झील के किनारे एक छोटा सा मंदिर भी है, जो भगवान शिव को समर्पित है।


झील में कई प्रकार की मछलियाँ पाई जाती हैं। इन मछलियों का शिकार करने के लिए लोग सुबह-सुबह झील पर आते हैं। बहुत से लोग इस झील में नौका विहार का भी आनंद लेने के लिए आते है। दलपत सागर झील एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह झील अपने प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है।


इसे भी पढ़ें – 20+ बेहतरीन रायपुर में घुमने की जगह


10. Tamdaghumar Cascade

tamda ghumar cascade

तामड़ा घुमड़ जलप्रपात छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित एक खूबसूरत जलप्रपात है। जो इंद्रवती नदी पर स्थित जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ आपको प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत नमूना देखने को मिलता है. तामड़ा घुमड़ जलप्रपात की ऊंचाई 100 फीट है। यह जलप्रपात अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए पुरे छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध है। बरसात के मौसम में यह जलप्रपात अपने चरम पर होता है। इस दौरान जलप्रपात से गिरने वाला पानी एक विशाल शीशे की चादर की तरह दिखाई देता है।


एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है tamda ghumar cascade यहाँ हर साल हजारों पर्यटक आते हैं। जलप्रपात के पास ही एक छोटा सा मंदिर भी है। जहाँ बहुत से पर्यटक भगवान जी के दर्शन के लिए जाते है. आप भी इस खुबसुरत जगह को देखने के लिए आ सकते है.


11. Bastar Castle

Bastar-Castle

बस्तर पैलेस छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के जगदलपुर शहर में स्थित एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक महल है। यह महल बस्तर रियासत के राजाओं का निवास स्थान हुआ करता था। इस महल का निर्माण 18 वीं शताब्दी में किया गया था जो गोंड वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।


बस्तर पैलेस एक विशाल ऐतिहासिक परिसर है जिसमें कई इमारतें शामिल हैं। मुख्य इमारत में एक विशाल हॉल, एक दरबार हॉल, कई कक्ष और एक मंदिर शामिल हैं। महल के परिसर में एक सुंदर उद्यान भी है। bastar royal residence एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह महल अपनी भव्यता, इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।


12. Vishnu Sanctuary Narayanpal

Vishnu Sanctuary Narayanpal

विष्णु मंदिर नारायणपाल, छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित एक बहुत ही प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर बस्तर जिला मुख्यालय से लगभग 30 किमी तथा जगदलपुर से लगभग 35 किलोमीटर दूर इंद्रवती नदी के किनारे स्थित है। मंदिर का इतिहास बहुत ही प्राचीन बताया जाता है जिसका निर्माण 11वीं शताब्दी में चिंदक राजवंश की रानी मुमुंददेवी द्वारा बनवाया गया था।


मंदिर का निर्माण उड़ीसा शैली में किया गया है। मंदिर का गर्भगृह एक विशाल शिखर से सुसज्जित है। मंदिर के बाहरी भाग में भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों की मूर्तियां उकेरी गई हैं। मंदिर के अंदर भगवान विष्णु की एक विशाल मूर्ति विराजमान है। मूर्ति सोने और चांदी से जड़ी हुई है। मंदिर के अंदर एक छोटा सा शिव मंदिर भी है। vishnu sanctuary narayanpal bastar का एक महत्वपूर्ण धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल है। यह मंदिर छत्तीसगढ़ के पर्यटन के लिए भी एक महत्वपूर्ण आकर्षण है।


13. Maa Danteswari Sanctuary

Maa Danteswari Sanctuary

छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में माँ दंतेश्वरी मंदिर , बड़े डोंगर में स्थित एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है। जो फर्स गाँव से लगभग 16 किलोमीटर तथा जिला मुख्यालय से लगभग 50 किमी की दूरी पर स्थित है। घने जंगलों और चारों ओर से पहाड़ों से घिरे इस गाँव में मां दंतेश्वरी का मंदिर एक प्रमुख आकर्षण है।


मां दंतेश्वरी बस्तर की आराध्य देवी हैं और इस मंदिर को उनकी शक्ति का केंद्र माना जाता है। मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में हुआ था और यह एक ऐतिहासिक स्मारक है। मंदिर के अंदर मां दंतेश्वरी की एक विशाल प्रतिमा स्थापित है। मां दंतेश्वरी की प्रतिमा अत्यंत सुंदर है। मंदिर के आसपास कई अन्य ऐतिहासिक स्थल भी हैं। इनमें से एक महिषासुर मंदिर है। मान्यता है कि इस स्थान पर मां दुर्गा ने महिषासुर नामक दैत्य का वध किया था। मंदिर के पास ही एक पहाड़ी है जिसे महिषासुर की समाधि माना जाता है।


बड़े डोंगर गाँव पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल है। यहां पर्यटक प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक स्थलों और धार्मिक महत्व के स्थलों का आनंद ले सकते हैं।


14. Batisa Sanctuary, Barsur

Batisa Sanctuary Barsur

बत्तीसा मंदिर, छत्तीसगढ़ का एक अनूठा और ऐतिहासिक मंदिर है। यह बत्तीसा मंदिर नाम बत्तीसा अपने बत्तीस स्तंभों के लिए पड़ा, जो इसके मंडप को सहारा देते हैं। मंदिर दंतेवाड़ा जिले के बारसूर नामक गाँव में स्थित है, जो जिला मुख्यालय से 31 किमी की दुरी पर स्थित है।


बत्तीसा मंदिर का इतिहास बहुत ही प्राचीन बताया जाता है, मंदिर 11वीं शताब्दी में नागवंशीय नरेश सोमेश्वर देव के काल का माना जाता है। मंदिर में दो गर्भगृह हैं, एक पूर्व में और दूसरा पश्चिम में। पूर्वी गर्भगृह में भगवान शिव की मूर्ति है, जबकि पश्चिमी गर्भगृह में माता पार्वती की मूर्ति है। मंदिर के मंडप में एक शिवलिंग भी है, जो चारों दिशाओं में घूम सकता है। यह एक अनूठा विशेषता है जो इस मंदिर को अन्य मंदिरों से अलग करती है।


पर्यटकों के लिए, batisa sanctuary एक आकर्षक स्थल है। मंदिर की प्राचीन वास्तुकला और धार्मिक महत्व इसे एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है। मंदिर के बत्तीस स्तंभ एक विशेष आकर्षण हैं और वे मंदिर को एक भव्य और विशाल रूप देते हैं। बत्तीसा मंदिर छत्तीसगढ़ का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह मंदिर अपने प्राचीन वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यदि आप छत्तीसगढ़ की यात्रा कर रहे हैं, तो बत्तीसा मंदिर अवश्य देखें।


15. Ganesh Mandir, Barsur


छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले में श्री गणेश मंदिर, बारसूर गांव में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। जिसे गणेश मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर अपने विशालकाय गणेश प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है, गणेश मंदिर हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यहां हर साल हजारों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। श्रद्धालु गणेश भगवान के दर्शन करते हैं और मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं। पर्यटक मंदिर की सुंदरता और वास्तुकला का आनंद लेते हैं।


प्रतिमा में गणेश भगवान को एक हाथ में मोदक और दूसरे हाथ में अंकुश लिए हुए दिखाया गया है। प्रतिमा की भव्यता और सुंदरता देखते ही बनती है। जिसके करण हर साल श्रद्धालु भक्त भगवान गणेश के दर्शन करने के लिए आते है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ